चार दिन की जिन्दगी है
हर दिन जिन्दगी तेरा एक पत्ता टूट रहा। तेरे संग चलकर एक एक दिन छूट रहा।। काँटे ही बिछे हैं
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Read Moreसोंचने वाली बात यह है कि जब देश के प्रधानमंत्री धारा 370 और 35ए को हटा सकते हैं तो देश
Read Moreसरकार की नौकरी तो सभी करना चाहते हैं! फिर चाहें भी क्यों ना सरकार भी अपने कर्मचारियों को अपनी औलाद
Read Moreचांद पे अपना चकोर गया तो, देख के वो मदहोस हुआ दुनिया दिवाना समझ है बैठी, कहती वो बेहोस हुआ
Read Moreदहसत गर्दों की खैर नही, नापाक इरादे मिटा देगें अमन कहीं जो छीनेंगें, भारत में पाक मिला देगें कदम वीर
Read Moreचाहे जितना दौड़ यहां ले ! तू मौत से भाग नही सकता। थक जायेगा जिस क्षण में ! तू सांसे
Read Moreआज के दौर में हम सभी सफलता की सीढियों पर आंखे बंद करके इस कदर आगे बढ़ रहें है कि
Read Moreप्रधानमंत्री जी के महत्वपूर्ण मिशन से अब कर्मचारियों को घबडाहट सी होने लगी है। अधिकारी से लेकर ग्राम सभा के
Read Moreइन दिनों पूरे देश में चुनावी महौल धीरे धीरे पांव पसार रहा है। वहीं चुनावी मैदान में कूदे भांति-भांति के
Read Moreबार बार ललकार रहा, पहरेदारों को मार रहा क्यों जवाब नहीं उसको देते,जो बांछे अपनी संवार रहा। बार बार ललकार
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