हर रंग हुआ बदरंग
हर रंग हुआ बदरंग धरा पर , विपदा है ऐसी छाई सावन की घटा हरियाली भी
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Read More‘ जो बोओगे, वही काटोगे ‘ —————————— धरती का कोई भी कोना कुदरती विनाशलीला से अछूता न था । कई
Read Moreकई दिनों की भारी बरसात की वजह से वह पूरा क्षेत्र जलमग्न हो चुका था । नजदीक ही बहनेवाली
Read Moreगाँव की सीमा पर सरकारी जमीन पर उग आए उस विशाल बबूल के पेड़ से पूरा गाँव त्रस्त था ।
Read Moreनिःसंतान राजा की अचानक मृत्यु हो गई ! दरबारियों में व राज्य की प्रजा में शोक की लहर दौड़ गई
Read Moreउस बेतरतीब से घर में ऐशोआराम की सभी सुविधाएं मौजूद थीं लेकिन कोरोना के कोहराम के चलते सभी गतिविधियाँ जहाँ
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