इंसानियत -एक धर्म ( भाग – बाइसवाँ )
थाने के बाहर पत्रकारों की भीड़ जुट चुकी थी औऱ इसी वजह से मुफ्त के तमाशबीनों की भीड़ भी बड़ी
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Read Moreकाजल बड़ी तेजी से चलती हुई बस स्टॉप की तरफ बढ़ रही थी । उसे कॉलेज जल्द से जल्द पहुंचना
Read Moreअसलम के कमरे में दाखिल होते ही रजिया कुर्सी से उठकर खड़ी हो गयी । जबकि असलम ने आते ही
Read Moreमंद मंद मुस्कुराते हुए वकिल राजन पंडित ने रहस्योद्घाटन किया ” असलम की जमानत के पैसे जमा हो गए हैं
Read Moreरोहन क्रिकेट का शौकीन था । लेकिन जब भी भारतीय टीम पाकिस्तान से भिड़ रही होती क्रिकेट के प्रति उसकी
Read Moreवकिल राजन पंडित अपने दफ्तर में पहुंच चुके थे । उनकी सहायक रश्मि उन्हें आज के दूसरे मुकदमों की जानकारी
Read Moreअदालत कक्ष से जज साहब के बाहर जाते ही कक्ष में खुसर पुसर शुरू हो गयी । पत्रकारों में जैसे
Read Moreवकिल राजन पंडित की दलीलें सुनकर दर्शकों में से कुछ हैरान तो कुछ उत्साहित हो रहे थे । लोगों में
Read Moreअदालत कक्ष में फैला सन्नाटा और गहरा गया था । सबकी निगाहें सरकारी वकिल महाजन की तरफ लगी थीं और
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