पर्यवरण
क़ुदरत के विधा होते है व्रक्ष विलक्षण दारोहर को बचाये रखना अपना लक्षण व्रक्षो से धरती को सजाने का ले
Read Moreईश्वर ने भी इस नारी का सदा किया सम्मानधन की देवी लक्ष्मी शक्ति दुर्गा की पहचान हर परीवार का अनमोल
Read Moreमत जा छोड़ के प्यार भरे ..रिश्ते को तोड़ प्रेम इस मोड़ पर आकर ..क्यूँ हुआ खड़ा हाथ से रेत
Read Moreहक़ दिया तुमने पूरा मुझे , तभी शक होता यार मुँह ना मोड़ मुझसे तू यू , देख तू मेरा
Read Moreयादें फिर से मेरे सामने आकर के खिले तेरे – मेरे बीच की वो हँसी नज़दीकियाँ हर पल में याद
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