वीरान-भयावह घर -लघु कथा
देर रात फोन करके पूछा -“ क्या कर रही हो जिज्जी ”? पार्वती ने जवाब दिया -“ बखरी में खटोली
Read Moreदेर रात फोन करके पूछा -“ क्या कर रही हो जिज्जी ”? पार्वती ने जवाब दिया -“ बखरी में खटोली
Read Moreज़िंदगी की क्यारी में इक पौधा तो लगाइए दूसरों को हँसने दें औ खुद भी मुस्कराइए । जल रही है
Read Moreहमारे पड़ोस में सरदार जसवीर सिंह और धर्मबीर सिंह रहते थे । बड़े भाई जसबीर सिंह के तीन बच्चे दो
Read Moreप्रो चतुर्वेदी जी का परिवार अत्यंत दकियानूसी -परंपरावादी किन्तु उच्च शिक्षित था । वे अपने रीतिरिवाजों-परम्पराओं को ही महत्व देते
Read Moreआयो मदन गोपाल रंग ले होली में नाचत दे दे ताल ,गोरिया होली में । रंगो के रसिया के रस
Read Moreक्या बात अब तुझसे करूं,हर ख़्वाब तन्हा रह गए। जो बात हम न कह सके, वो अश्रु बन कर बह
Read More1- आभासी जा हाट में, लई दुकान सजाय गाहक तौ ना मिलत हैं ,बनिया नून चबाय । बनिया नून चबाय
Read More1 – कविता से दिल को लगा ,भूल गए हो काम सविता बेलन ले चली , भुगतो अब अंजाम ।
Read More1 – आभासी संसार की खूबसूरत गली -गली एक जगह न दाल गली, दूजी भली -भली बिन लागत दूकान खोल,
Read More