गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 18/05/202518/05/2025 0 Comments ग़ज़ल प्रेम मन से ही करेंगे, हम वतन के वो सिपाही।भाव श्रद्धा का रखेंगे, हम वतन के वो सिपाही।। राह में Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 13/05/202513/05/2025 0 Comments ग़ज़ल दिया प्यार से जाता जो तुम वह आख़त क्या जानो।देते जो पका लज़ीज़ उनकी मेहनत क्या जानो।। रोता जो मन Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 03/05/202503/05/2025 ग़ज़ल सभी झूमते और गा कर चले हैं।खुशी आज हम तो मना कर चले हैं।। इधर आँख कोई उठाये न अब।कसम Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 28/04/202529/04/2025 ग़ज़ल आज उसी ने खुद को तगड़ा कर लिया।काटते ही फ़सलें लो भँगड़ा कर लिया।। वो समझता देख सबको कुछ नही।आज Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 25/04/202529/04/2025 ग़ज़ल अब दर्द ही दिखाना, आँसू हमें बहाना।आगे क़दम बढ़ाना, पीछे न पग हटाना।। जो हैं गुनाह करते, कर ख़त्म दें Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 18/04/202529/04/2025 ग़ज़ल आज हम कर रहे हैं मनन प्यार सेअब खिलाते यहीं तो चमन प्यार से छेड़खानी करो पर झगड़ा नहींदेख तक़रार Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 17/04/202529/04/2025 ग़ज़ल ये हुस्न तेरा बना ही क़ातिल, मरें मराना लगा रहेगा।खुली ही खिड़की सदा रहेगी, अभी तो आना लगा रहेगा। बढ़ा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 16/04/202529/04/2025 ग़ज़ल मौसमे – बहारां में हम मोम – से पिघल जाएँगेबनी जो दूरी बता उसे कैसे मिटा पायेंगे मरने से पहले Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 02/04/202530/03/2025 ग़ज़ल देख तड़पेंगे सदा उल्फ़त अगर हो जायेगी।चुप रहेंगे हम भले सबको ख़बर हो जायेगी।। जो चले हो अब हमारे संग Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 29/03/202529/03/2025 ग़ज़ल वफ़ा मेरी इबादत माँगती है।सुनो अब यह ख़िलाफ़त माँगती है।। न हो अब राह में कोई भटकता।इसी की ही सदाकत Read More