गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 06/04/202506/04/2025 0 Comments ग़ज़ल देख तड़पेंगे सदा उल्फ़त अगर हो जायेगी।चुप रहेंगे हम भले सबको ख़बर हो जायेगी।। जो चले हो अब हमारे संग Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 02/04/202530/03/2025 0 Comments ग़ज़ल देख तड़पेंगे सदा उल्फ़त अगर हो जायेगी।चुप रहेंगे हम भले सबको ख़बर हो जायेगी।। जो चले हो अब हमारे संग Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 29/03/202529/03/2025 0 Comments ग़ज़ल वफ़ा मेरी इबादत माँगती है।सुनो अब यह ख़िलाफ़त माँगती है।। न हो अब राह में कोई भटकता।इसी की ही सदाकत Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 23/03/202523/03/2025 ग़ज़ल अभी मेरी किसी दिल में समाने की तमन्ना है।किसी पर प्यार अपना ही लुटाने की तमन्ना है।। मिले जो दर्द Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 15/03/202515/03/2025 ग़ज़ल याद देखो बेवजह हमको न आया कीजिये ।ख़्वाब में आकर न यूँ हमको रुलाया कीजिये।। दर्द कहते आज अपना हम Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 15/03/202515/03/2025 ग़ज़ल उन्हें देख अब सँवरने हम लगे हैं।कदम दर कदम बहकने हम लगे हैं।। अभी आ रहे देख इंतज़ार हमको।यहीं अब Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 03/03/202503/03/2025 ग़ज़ल आ गये हैं तेरी पनाह में देखो।बसते मेरी ही चाह में देखो।। पा ही लेंगे तुम्हें हम कैसे भी।अब खड़े Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 26/02/202526/02/2025 ग़ज़ल सुनो इस देश का ही स्तर ऊपर अब उठाना है।।अभी सुन लो हमें अपना हुनर सबको दिखाना है। उठाये सिर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 21/02/202521/02/2025 ग़ज़ल मिल रहा है अब सुकूं करते हुये इक़रार में।आ रहा है अब मज़ा बढ़ते हुये इस प्यार में।। देखते ही Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 21/02/202521/02/2025 ग़ज़ल मिल रहा है अब सकूं करते हुये इक़रार में।आ रहा है अब मज़ा बढ़ते हुये इस प्यार में।। देखते ही Read More