ग़ज़ल – कसम खाओ
बचायें हम मिली जो उस अमानत को कसम खाओ न भूलोगे शहीदों की शहादत को कसम खाओ जन्म भू है
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Read Moreभूखे की भूख का भी तू ख़्याल कर सिर्फ़ खुद को ही मत मालामाल कर । मालपुओं की पार्टियाँ खूब
Read Moreआओ खुश हो फहराएँ , आज तिरंगा मिल ….. राष्ट्रीय पर्व में हो जाएँ , हम सब शामिल ….. बलिदान
Read Moreफुलवारी शब्द कितना सुन्दर है ! वाह ! हम कहते हैं कि वाह ! वाह ! देखो , फुलवारी कितनी
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