गीतिका/ग़ज़ल रेनू मिश्रा 03/03/201603/03/2016 ग़ज़ल गीत ग़ज़लों की बारिश शायरी में होती है दिलरुबा, अगर कोई जिंदगी में होती है चाँद टाँक आया हूँ, आज Read More
गीतिका/ग़ज़ल रेनू मिश्रा 02/03/201629/02/2016 ग़ज़ल काम औरों के जो आए, जिंदगी वो जिंदगी ज़ख्म खाकर मुस्कराए, जिंदगी वो जिंदगी चाहिए ऐसा सनम जो हर अदा Read More
गीतिका/ग़ज़ल रेनू मिश्रा 01/03/201629/02/2016 ग़ज़ल बड़ा ही बेवफा था वो कभी हासिल नहीं होता जो मुझसे राब्ता होता, मेरा कातिल नहीं होता वफ़ा की आँच Read More
गीतिका/ग़ज़ल रेनू मिश्रा 29/02/2016 ग़ज़ल मासूम से ये बच्चे, खेले हैं गोलियों से समझे न भूखा बचपन, सपने हैं रोटियों से पर्वत की पीर पूछो, Read More
गीतिका/ग़ज़ल रेनू मिश्रा 29/02/2016 ग़ज़ल निगाहों से क्या क्या किये जा रहे हो क़यामत हैं आंखें ग़ज़ब ढा रहे हो अगर मान जाओ तो पूरे Read More