सामने वाली खिड़की में
मेरे मोहल्ले में दिवाली सी ही रौनक रहती है सामने वाली खिड़की में साँवली लड़की रहती है सँवर के आए
Read Moreमेरे मोहल्ले में दिवाली सी ही रौनक रहती है सामने वाली खिड़की में साँवली लड़की रहती है सँवर के आए
Read Moreइन आँखों को नूर नहीं जुनून चाहिए काजल करने के लिए ताज़ा खूँ चाहिए गीत,ग़ज़ल,कविता,नज़्म सब बोलती हैं जिससे हज़रात
Read Moreवो आँखों में होता है जो निगाहों में होता नहीं जो हो इश्क़ में उसे फिर कोई होश होता नहीं
Read Moreतू मेरा कल नही, तू मेरा आज नहीं तेरे मेरे दरम्यान अब कोई राज़ नहीं तूने बुलाने में बहुत देर
Read Moreबादशाहत तुम्हारी जितनी भी बड़ी हो आज, याद रखना वक़्त को हर एक तख्तो-ताज को गिराना आता है यह हुकूमत
Read Moreगर हो आज तुम्हारी इजाज़त मुझे तो आसमाँ पे तुम्हारी इबारत लिखना चाहता हूँ तमाम दौलतें एक तरफ और तुम्हारी
Read Moreमैं खुद जवाब हूँ हर सवाल का मुझको अफवाहों से डराता है क्या मुझको प्यास है सात समंदर की मुझको
Read Moreवो जब से लौट आए से मेरे शहर में दिन में ईद,रात में दिवाली हो गई है उनके आने की
Read Moreमुझे मत दिखा अभी ये चाँद सितारे मैं किसी की निगाहों से अभी उबरा नहीं हूँ जब से तुम्हारी निगाहों
Read Moreइस रस्म की शुरुआत बस मेरे बाद कीजिए जिनसे रौशन है हुश्न, उन्हीं को बर्बाद कीजिए गर पूरी होती हो
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