गजल
ख़फा ख़फा से हैं सब अपने बेगाने मेरे यही इनआम की है मुझको अदा ने मेरे इश्क उसने भी किया
Read Moreवफ़ा ने मेरे ———————————————— ख़फा ख़फा से हैं सब अपने बेगाने मेरे यही इनआम की है मुझको अदा ने मेरे
Read Moreकैलेंडर तो बदल दिया , खुद में भी कुछ रंग भरना है कंबल में दुबका सोच रहा , नए साल
Read Moreमन्नतके ताले सीमा पर पदस्थ पति की सुरक्षा के लिए पत्नी श्रीकृष्ण से मन्नत माँगते हुए धागे में एक ताला
Read Moreशिलालेख सी अबुझ पहेली सन्मुख , किन्तु मौन हो तुम व्याधि सी मन की आतुरता सच बतलाना , कौन हो
Read More१. मैं चाहता था तेरा वो आइना किरदार मेरी इसी चाहत ने तुझे पत्थर बना दिया २. तेरी आरजू में
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