उठकर आगे, बढ़ेंगे फिर से
हम अपनी ही राह चलेंगे। सुविधाओं को ना मचलेंगे। उठकर आगे, बढ़ेंगे फिर से, गलती से, यदि हम फिसलेंगे। धोखे
Read Moreहम अपनी ही राह चलेंगे। सुविधाओं को ना मचलेंगे। उठकर आगे, बढ़ेंगे फिर से, गलती से, यदि हम फिसलेंगे। धोखे
Read Moreनर नारी का, मित्र स्वाभाविक, नर की कामना, नारी है। इक-दूजे के लिए बने हैं, फिर, रण की क्यों तैयारी
Read Moreनहीं चाहिए, दुआ किसी की, नहीं देवी का मान है। जन्मने दो, शिक्षित होने दो, नारी के अरमान हैं।। सहायता
Read Moreएक नारी ने, जन्म दिया था, दूजी ने, मौत की राह दिखाई। विश्वासघातिनी ने सब छीना, पर, नारी से विश्वास
Read Moreहम आजीवन, रहे अकेले, अब क्या साथ निभाओगी? हम सच के गाने गाते हैं, तुम कपट गान ही गाओगी।। जीवन
Read Moreनारी नहीं अब घर तक सीमित, चहुँ ओर अब छायी है। लोरी गाते-गाते माँ ने, अब, तकनीक भी, अपनायी है।।
Read Moreतुम अपनी दुनिया में खुश हो, हम तुम्हारी यादों में जीते हैं। वर्तमान और भविष्य को छोड़ा, हम भूत का
Read Moreसाथ भले ही नहीं आज हो, अहसास किंतु अब भी बाकी है। इक-दूजे के साथ के वे पल, यादों में
Read Moreचाह नहीं तुमसे कुछ पाऊँ। चाह रही, तुमको सुन पाऊँ।। नासमझी में ठुकराया था। अहम अधिक ही गदराया था। अपनी
Read Moreजितने भी सम्मान हैं, जग में, सबसे ऊपर माता है। शहीद होता सीमा पर सैनिक, माँ! का सपूत कहलाता है।
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