हर तरफ़ खुशियाँ नज़र आने लगीं मुझको
हर तरफ खुशियाँ नज़र आने लगी मुझको दर्द में भी मुस्कुराना आ गया जब से। हर कदम पर मिल रही
Read Moreहर तरफ खुशियाँ नज़र आने लगी मुझको दर्द में भी मुस्कुराना आ गया जब से। हर कदम पर मिल रही
Read Moreआजकल रखना ज़रूरी है नज़र हालात पर क्या पता की रूठ जाए कौन कब किस बात पर की बहुत बातें
Read Moreप्रीत बनकर आप आये ज़िन्दगी में तो ज़िन्दगी लगने लगी है ज़िन्दगी मुझको। हमसफ़र जब आप बनकर साथ हो मेरे
Read Moreजीवन तो है त्याग साधना जीवन भोग विलास नही है वो मानव क्या मानव जिसको पर दुख का अहसास नही
Read Moreसाँसे बहुत प्रतिक्षा रत हैं बाहें उत्सुक आलिंगन को प्रेम दीप आलोकित करके मन अभिलाषित मधुर मिलन को स्वप्न सजाए
Read Moreबोलते हैं झूठ लेकिन सच बताते हैं सभी सच यही है झूठ के गुणगान गाते हैं सभी जानता हूँ बोलता
Read Moreरोता और रुलाता क्यूँ है आँसू रोज बहाता क्यूँ है इतना दर्द दबाकर दिल में महफिल में मुस्काता क्यूँ है
Read Moreजन गण की आशाएं भी है जन मन की पीड़ाएं भी है दोनों की अपनी परिभाषा दोनों की अपनी मजबूरी
Read More