शूल छालों और अनगिन ठोकरों के बाद भी..
शूल छाले और अनगिन ठोकरों के बाद भी मंजिलों पर हैं निगाहें मुश्किलों के बाद भी है करम मुझ पर
Read Moreशूल छाले और अनगिन ठोकरों के बाद भी मंजिलों पर हैं निगाहें मुश्किलों के बाद भी है करम मुझ पर
Read Moreरही उम्मीद जिस दर से वहीं रुसवा हुआ हुआ जो भी हमेशा सोच से उलटा हुआ बताऊँगा अगर तो रो
Read Moreचाहते हैं आप ऊँचा पद अगर सीख लीजे चापलूसी का हुनर दूर कितनी चल सकोगे सोच लो मुश्किलों से है
Read Moreरोम रोम में राम बसे हैं, धड़कन-धड़कन गीत। हमको तो ये सारी दुनिया, लगती है मनमीत।। ज़िन्दगी प्रीत प्रीत बस
Read Moreहाथ मिले मन में अनबन है सच मानो भाई भाई का दुश्मन है सच मानो अपनो से तो ग़ैर भले
Read Moreसच्चाई का साथ निभाना ख़लता है झूठों को मेरा अफ़साना ख़लता है कहने को सब चुप हैं लेकिन लोगों को
Read Moreउनको दुनिया से ड़र कैसा जिनका मन सच्चा होता है जिनके कोई साथ नही हो उनके साथ ख़ुदा होता है
Read Moreजिन लोगों के सच्चे किरदार नही होते वे लोग यक़ीं मानो भव पार नही होते जो छोड़ हक़ीक़त को सपनों
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