गीतिका/ग़ज़ल सीमा शर्मा सरोज 27/02/2020 ग़ज़ल खुशबुओं की तरह हम बिखर जाएंगे, इक न इक दिन जहाँ से भी तर जाएंगे ।। तुम सँभलना बहुत ही Read More
गीतिका/ग़ज़ल सीमा शर्मा सरोज 26/01/2020 ग़ज़ल जिंदगी से भला क्या गिला कीजिए सबकी’ किस्मत है ,यूंही जिया कीजिए। देखता तो खुदा भी यूं हमको यहाँ देखिये Read More
गीतिका/ग़ज़ल सीमा शर्मा सरोज 24/12/2019 ग़ज़ल जीत की खातिर न यूँ तकरार करना हार को भी शान से स्वीकार करना। आग का दरिया अगर हो राह Read More
गीतिका/ग़ज़ल सीमा शर्मा सरोज 12/11/2019 ग़ज़ल हैरत की बात उनको’ ये कैसा मलाल है क्यूँ दोस्ती में रंजिश , दिल में उबाल है ! आओ हमारे Read More
गीतिका/ग़ज़ल सीमा शर्मा सरोज 27/07/201928/07/2019 ग़ज़ल थरथराते लब थे मेरे आपको यूँ देखकर होश उड़ जाते कभी थे आपको यूँ देखकर। जाँ निकल जाती थी मेरी Read More
गीतिका/ग़ज़ल सीमा शर्मा सरोज 27/07/2019 गजल मेरी कश्ती का अब तू भी सहारा हो न पायेगा, कभी मझधार दरिया का किनारा हो न पायेगा। कहीं पतवार Read More
लघुकथा सीमा शर्मा सरोज 19/12/2014 लघुकथा : मधुरिमा ईश्वर ने अनुपम कृति बच्चों के रूप में अद्भुत उपहार के रूप में हमें प्रदान की है। एक छोटी सी Read More