गीत
दिनकर ने शोले बरसाये,पर अब तो राहत है । बहुत दिनों के बाद सभी की,खिली खिली तबियत है ।। ताल-तलैयां
Read More“पापाजी,मेरे स्कूल से नोटिस आया है।” ‘उसमें क्या लिखा है ।” “उसमें लिखा है कि यदि आपने तीन दिन में
Read More“अनिल भाई, आजकल दिखते नहीं हो ।कहां बिजी रहते हो ?” “राकेश जी, नौकरी की ड्युटी में लगा रहता हूं
Read Moreमंडला-लोकप्रिय वॉट्सएप ग्रुप काव्यांगन ने बुधवार को एकल काव्यपाठ का आयोजन किया, जिसमें देश की जानी-मानी कवयित्री दीपशिखा सागर, छिंदवाड़ा
Read Moreबिगड़ा है पर्यावरण,बढ़ता जाता ताप ! ज़हरीली सारी हवा,कैसा यह अभिशाप !! डीजल,गैसें खप रहे,बिजली जलती ख़ूब ! हरियाली नित
Read More(1) सदा सच्चों को रहता ईश का ही तो सहारा है जो झूठा है,जो कपटी है,वो बंदा नित्य हारा है,
Read Moreमां होती करुणामयी, मां सूरज का रूप। देती जो संतान को, सुख की मोहक धूप।। मां ईश्वर जैसी लगे, होती
Read More“यह अपने राजा को क्या सूझा कि पूरे देश में महीने भर को सारी चीज़ों को बंद करा दिया,लोगों के
Read Moreजीवन घर तक ,पर सुखकर है । कितना प्यारा लगता दर है । अब विराम में भी गति लगती, हर्ष
Read More