मानव की जयकार
मानव की जयकार आज यह तय मानो, कोरोना की हार आज यह तय मानो । धैर्य रखो,घर में रह लो,तो
Read Moreमानव की जयकार आज यह तय मानो, कोरोना की हार आज यह तय मानो । धैर्य रखो,घर में रह लो,तो
Read Moreमस्तक पर खुशियों का चंदन करें कर्म औ’श्रम का वंदन आशाओं को करें बलवती, कुंठाओं का रोकें क्रंदन नवल वर्ष
Read Moreसमीक्ष्य कृति:- जीना इसी का नाम है (आलेख-संग्रह) कृतिकार:- राजकुमार जैन ’’राजन’’ प्रथम संस्करण – 2020 ई0 मूल्य:- 200 रूपये
Read Moreसुनहरा संसार है खुशियों का आसार है जीवन में सार है खेलती बहार है —तेरे होने से नूतन संसार है
Read Moreमिला कोय तो जीवन बदला,नेह-मेघ घिर आये हैं । फूलों में खुशबू फिर लौटी,नव संदेशे आये हैं ।। मन गाता
Read More“देखो मिस्टर राजेश हमें अपनी कंपनी के लिए एक अनुभवी आदमी की ज़रूरत है ।” “वो तो मैं हूं ।”
Read More“रमा बहन,आजकल आप दिखाई नहीं देतीं, कहां व्यस्त रहती हैं ?” “अरे उमा बहन ,बात यह है कि मेरी बेटी
Read More“वह देखो शर्मा जी कितने खुश रहते हैं ।” “कितने संतुष्ट रहते हैं ।” ” आनंद से कितने लबालब रहते
Read Moreसकल दुखों को परे हटाकर,अब तो सुख को गढ़ना होगा ! डगर भरी हो काँटों से पर,आगे को नित बढ़ना
Read Moreनया काल है,नया साल है,गीत नया हम गाएंगे । करना है कुछ नवल-प्रबल अब,मंज़िल को हम पाएंगे ।। बीत गया
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