हास्य व्यंग्य : मैं विदेशी नहीं
एक शिक्षक होने के नाते कहता हूँ कि मुझे अपने प्रजातांत्रिक देश की शिक्षाप्रणाली का वह अंग सबसे अधिक पसंद
Read Moreएक शिक्षक होने के नाते कहता हूँ कि मुझे अपने प्रजातांत्रिक देश की शिक्षाप्रणाली का वह अंग सबसे अधिक पसंद
Read Moreमैं एक असामाजिक-तत्व हूँ, क्योंकि न शराब पीता हूँ और ना ही चाय। चार लोगों में बैठने लायक आदमी नहीं
Read Moreइस समय रात के दो बज रहे हैं और पिछले एक घंटे से एक कीड़ा लगातार मुझे काट रहा है-
Read Moreगाय, एक पालतु प्राणी है। इसका उपयोग भारत में समय-समय पर हिन्दू और ‘मुसलमान के बीच दंगे करवाने के लिए
Read Moreआइए प्रधानमंत्री जी! आपका स्वागत है। शुभस्वागतम्!! आज आपका आगमन मेरे शहर की सड़कों का चित्र और चरित्र बदलने जा
Read Moreभारत माँ को लूट रहे थे, जो सत्ता के हाथों सेनोंच रहे थे खूनी पंजों, काट रहे थे दाँतों सेकामचोर-कमज़र्फ-कमीने,
Read Moreपुराण कहते हैं कि काशी गये बिना मुक्ति नहीं मिलती। किसे पता कि मरने के बाद बेटा अस्थियाँ गंगा में
Read Moreकबीर बाबा बड़े दूरदर्शी थे। वे जानते थे कि आनेवाले ज़माने में भारत वर्ष का यौवन कुछ करे या करे,
Read Moreमाँगता तुमसे नहीं मैं, विश्व की निधियाँ पुरानी/ क्या करूँगा प्यार में लेकर, मैं तुमसे इक निशानी/ हो सके तो
Read More