लघुकथा : ठहरा हुआ स्वप्न
चार पहिया वाहन की आवाज सुन बाहर जाकर देखा रक्षा ने । उसके अम्मा-बाऊजी ही थे । नौकर को गाड़ी
Read Moreचार पहिया वाहन की आवाज सुन बाहर जाकर देखा रक्षा ने । उसके अम्मा-बाऊजी ही थे । नौकर को गाड़ी
Read Moreदीपक के साथ हुए झगड़े में संध्या ने घर छोड़ने का फैसला कर लिया । वह जरुरी सामान बैग में
Read Moreदफ़्तर से लौटी अदिति के सिर में तेज दर्द था । उसका आठ वर्षीय मुन्नी को ‘पार्क’ घुमाने ले जाने
Read Moreबस गंतव्य की ओर बढ़ रही थी ।रात गहरा चुकी थी । बाहर का दृश्य स्पष्ट दिखे, इसलिए बस के
Read Moreनव वर्ष आने को है, बहुतेरे सैर सपाटे से लौटने को हैं तो बहुतों की योजनाएँ बन रही हैं ।अच्छा
Read Moreफ़ेरे हो चुके हैं, तमाम रस्मों-रिवाज को निपटाने के बाद कुछ देर विश्राम के लिए काज़ल को एक कमरे में
Read More