गीतिका/ग़ज़ल शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 16/09/2020 ग़ज़ल वो जो कुछ लोग राजदार रहे। काम जब भी पड़ा फरार रहे।। एक लम्हा खुशी का आया तो, जिंदगीभर के Read More