गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 22/04/2020 गीतिका दुनिया भर मे कोरोना के, देखो नखरे न्यारे हैं सहमी -सहमी लगे जिन्दगी, सहमे चाँद सितारे हैं आना -जाना बंद Read More
गीत/नवगीत शुभदा बाजपेई 30/06/201901/07/2019 गीत आस-निरास की बदरी घिरकर बहती है चुपचाप नयन में। मन के आगे मनुज मौन है विचरण करता है निर्जन में।। Read More
कविता शुभदा बाजपेई 24/05/201924/05/2019 कविता चिड़िया रही बहुत मजबूर, सहन किया रहना भी दूर। चुन चुन तिनका नीड बनाया आंधी तूफानों से बचाया स्वप्न सजा Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 24/05/201924/05/2019 दोहा गजल – समय हुआ विपरीत आज लगी संसार की, झूठी सी ये प्रीत। सच को बस ठोकर मिली, समय हुआ विपरीत।। बदले – बदले लोग Read More
गीत/नवगीत शुभदा बाजपेई 23/05/2019 गीत – देख दुनिया के चलन को, पीर उठती हैं सघन। हैं यही मन की व्यथाएँ ,है यही चिंतन मनन।। स्वार्थ में Read More
गीत/नवगीत शुभदा बाजपेई 15/08/2017 गीत साथी तुम तो चले गए वनवासी जीवन जीती हूँ, दुनियां के ताने सुन सुन कर घूँट घूँट विष पीती हूँ। Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 15/08/2017 ग़ज़ल कर न पाया कोई जो वो काम उसने कर दिया राहे उल्फ़त में मुझे बदनाम उसने कर दिया फेर कर Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 15/05/2017 ग़ज़ल आज दौलत के लिए माँ को सताता क्यों है, माँ तेरी है तो निगाहें तू चुराता क्यों है। जान Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 17/04/2017 ग़ज़ल मेरे अपने ही गलत यार समझते हैं मुझे क्यों नहीं प्यार का हक़दार समझते हैं मुझे। हाँ कभी दी थी Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 08/11/2016 ग़ज़ल अच्छी आदत जो है मेरी आदत रहे जो लिखूं याद मुझको इबारत रहे जान जो भी लुटाए वतन के लिए Read More