बिना मात्राओं वाला छंद
अजब-गजब जग, नर छल मत कर, धरम-करम कर, जनम सफल कर । यह तन, मन,धन,जल,थल, परबत, सब अब रब कर,
Read Moreअजब-गजब जग, नर छल मत कर, धरम-करम कर, जनम सफल कर । यह तन, मन,धन,जल,थल, परबत, सब अब रब कर,
Read Moreमोहर सिंह डाकू गयो, धरा छोड़ि यमलोक मचा लुटेरों के जगत, में दुखदाई शोक में दुखदाई शोक, अरे कुछ दिन
Read Moreखाने के पैसे नहीं, तो पीने के पैसे कहां से लाते हो, देशवासियों और, सरकार को बेवकूफ क्यूं बनाते हो?
Read Moreभारत मां की खातिर, कितनों ने कुर्बानी दीन्हा, तुम कहते हो,”हमको घर में नजरबंद कर दीन्हा”। इसी वतन की खातिर,
Read Moreहंसी मिलती नहीं है रेल से, हंसी मिलती नहीं पनवेल से न ईर्ष्या-द्वेष से मिलती कभी भी हंसी आती नहीं
Read Moreयह देश न हारेगा,न हारा है करोना , डर के आगे है जीत,ये नारा है करोना । हर घंटे हाथ
Read Moreटेंशन में हैं इंडिया, दहशत में संसार गले पड़ा यूं कोरोना,लाज रखें करतार लाज रखें करतार, मगर सबका है रोना
Read Moreभारत माता सिसक रही हैं,तुम सब की नादानी पर, तुम जमीर को बेच दिए, केवल बिजली व पानी पर ।।
Read Moreद्रोही को ‘गनतंत्र’ मुबारक, पंडित जी को मंत्र मुबारक, देशभक्त जितने भारत के- उन सबको ‘गणतंत्र’ मुबारक। वंशवाद के हर
Read Moreममता तू है दोगली, स्वयं लगाकर आग अब कहती है जोर से, “भाग रे भइया भाग” भाग रे भइया भाग,
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