वीरान शहर
वीरान क्यूँ हो गई हँसता ये शहर परेशान क्यूँ दीख रही जीवन डगर क्या मानव की गलती का है असर
Read Moreतुमको भुलाने की आखिरी कोशिश नाकाम हो गई कमबख्त मोहब्बत में मेरी अरमान बदनाम हो गई इश्क की गुरबत में
Read Moreमाँग रही है माटी खून करना है दुश्मन पे वार चुप ना बैठो घर से निकलो अय देश के कर्णधार
Read Moreप्रकृति के साथ मत कर र्दुव्यवहार किस बात की करता है अधिकार मत रोक प्रकृति की उनकी रफ्तार मत बन
Read Moreजब जब बेईमानों के सीने पर होने लगती है ईमान की प्रहार चोर लुटेरों की महफिल में ईमानदारी से
Read Moreबह रही फागुन की बयार रंग की बरस रही है फुहार कान्हा खेले रंग गुलाल होली की मची
Read Moreचलो सपनों में हम खो जायें ख्वाबों में एक दुजे के खो जायें ख्वाब सजायेगें सपनों में हम तुम चुपके
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