सोचा आज तकलीफ को तकलीफ का एहसास करा दू- मैं
सोचा आज तकलीफ को तकलीफ का एहसास करा दू- मैं उफ्फ़ कितना दर्द है इन लिखी पंक्तियों मे। एक लेखक
Read Moreसोचा आज तकलीफ को तकलीफ का एहसास करा दू- मैं उफ्फ़ कितना दर्द है इन लिखी पंक्तियों मे। एक लेखक
Read Moreजब कलम चलाई तब दर्द ही मेरा झलका हैलिखा जब हर दर्द, तभी तो हुआ मन हल्का है।। न जाने
Read Moreमनोज फोन पर बात करते हुए — आप चिंता न करें मैं हू¡ ना । आपको जो भी काम हो
Read Moreजितनी रोक लगाई लड़की परउतनी लंबी छलांग लगाती है।।लड़कियां लड़कों से कम नहींकलम चला लिख बताती है।। आज हर क्षेत्र
Read Moreनज़्म-ए-वफा सुनाते-सुनाते मेरे आंसू निकल पड़े ,तोड़ा इस कदर उसने दर्द-ए विरह मे हम जल पड़े।। मोहब्बत मे पहले वफ़ा
Read Moreसंजोए अपने सपनों कि सेज को मैंने बिखरते देखा हैहाथ आई कलम मेरे, जिसे मैंने नित निखरते देखा है हम
Read Moreमहाराष्ट्र वर्धा की रहने वाली शिवानी सुरकार वो शख्सियत हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी में इतने अधिक उतार-चढ़ाव देखे कि उनकी
Read Moreउफ्फ़ तड़प रही थी , कराह रही थी, रो रही थी, सॉंसें भी अटक रही थी उसकी ना जाने कब
Read Moreकाग़ज़ों कि तह शब्दों से सिमट ना पाती हैघायल अफसानों से दुनिया को मिलाती है।। चाहूं खामोशी इख्तियार करूं मैं
Read Moreबहुत ही हृदय विदारक घटना थी जिसे देख रोंगटे खड़े हो गये और मन में यही विचार आया कि क्या
Read More