नारी तू नारायणी है
नारी हूँ मैं सिर्फ यही चिंता तो समाज को है , कौन जानता है दुख मेरा , सबको मतलब सिर्फ
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Read Moreबेपनाह इश्क़ समंदर के मानिंद, अंतहीन सफर अंतहीन रास्ते … सरसराहट सी भर देता मन के अंदर , जाने
Read Moreचंद पल जो तुमको जिंदगी दे जाएं , कुछ हसरतें जो बचपन में ले जाएं । भूल जाएं अतीत की
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