कविता *वर्षा वार्ष्णेय 18/08/202418/08/2024 कविता कैसे करूँ मैं खुद को तेरे काबिल ऐ जिंदगीजब भी आदतें बदलती हूँ तू सवाल बदल देती है जीने की Read More
गीतिका/ग़ज़ल *वर्षा वार्ष्णेय 22/07/202422/07/2024 ग़ज़ल मेरे दिल का गम तुम कैसे जान पाओगेहँसते हुए चेहरे के पीछे का दर्द कब समझ पाओगे क्या क्या नहीं Read More
कविता *वर्षा वार्ष्णेय 02/07/202402/07/2024 कविता पुल पर खड़े होकरदर्द को निहारता आदमीसाइकिल पर चलकरगम ढोता आदमीअपने ही विचारों मेंमगन भाग्य कोसता आदमीकौन किसको सुनाए अपना Read More
कविता *वर्षा वार्ष्णेय 10/06/202410/06/2024 कविता तुम कहते हो बेटियाँसौभाग्य से होती हैंलेकिन क्या वो सच मेंभाग्य लेकर पैदा होती हैं लगा देता है एक बापअपनी Read More
कविता *वर्षा वार्ष्णेय 24/05/202424/05/2024 कविता शेष शब्दों का भारप्रतिध्वनि की पुकारअंतरात्मा विह्वल हुईसुनकर करुण चीत्कार इंसान की प्रकृति वहीनिष्क्रियता को न चाहेमन का गुरूर अहंकारवेदना Read More
कविता *वर्षा वार्ष्णेय 25/04/202425/04/2024 सृजन का नव दीप सृजन का नव दीप जलाकर निरुत्साह के तिमिर को भगाती रहूँ साहस के सिन्धु से माँ शारदे काव्य सागर में Read More
सामाजिक *वर्षा वार्ष्णेय 17/03/202417/03/2024 सपने सपने सिर्फ सपने बनकर रह जाते हैं ख्वाबों के अर्थ भी जब बिखर जाते हैं कोई नहीं देता साथ इस Read More
कविता *वर्षा वार्ष्णेय 25/01/202425/01/2024 कविता क्यों खो गया प्यार जहाँ से, क्यों नफरत का ढेर है ! जिसे देखो वही निकालता, एक दूसरे की रेलमपेल Read More
कविता *वर्षा वार्ष्णेय 23/12/202323/12/2023 कविता रिश्ते नाते प्यार मोहब्बत सब ऑनलाइन मिलता है सूने हैं घर आँगन सभी के अतिथि की राह तकता है बचा Read More
कविता *वर्षा वार्ष्णेय 25/11/202325/11/2023 कविता सुनो न जिंदगी कुछ कहना चाहती है बस अब थमना चाहती है थक जाने की मनाही है क्योंकि राह अभी Read More