उपन्यास : शान्तिदूत (सत्ताईसवीं कड़ी)
पांडवों ने कृष्ण को हस्तिनापुर जाने के बारे में सहमति दे दी थी, लेकिन कई बातें अभी भी उनके मस्तिष्क
Read Moreपांडवों ने कृष्ण को हस्तिनापुर जाने के बारे में सहमति दे दी थी, लेकिन कई बातें अभी भी उनके मस्तिष्क
Read Moreप्रातः ही कृष्ण अपने नियमित समय पर उठे। नित्य की क्रियाओं से निवृत्त होकर उन्होंने युधिष्ठिर के पास संदेश भेज
Read Moreपांडवों की ओर से सन्धि का प्रस्ताव लेकर हस्तिनापुर जाने का निश्चय कर लेने के बाद कृष्ण इस बात पर
Read Moreउसी रात्रि को अपने कक्ष में अपने पलंग पर लेटे हुए कृष्ण बहुत गहरे विचारों में डूबे हुए थे। उनके
Read Moreनेपाल की कोसी नदी नीचे उतरकर बिहार में होकर बहती है. लगभग हर साल ही उसमें नेपाल से एक साथ
Read Moreकृष्ण को अच्छी तरह याद था कि उसी दिन राजसभा में कौरवों के सन्देशवाहक के आने पर क्या-क्या बातें हुई
Read Moreमेरे एक मित्र ने एक सवाल पूछा है कि विद्रोह और आतंकवाद में क्या अन्तर है? इस सवाल का सही-सही
Read Moreअब कृष्ण इस राजसभा के बाद की घटनाओं पर विचार करने लगे। पांडवों के पुरोहित ऋषि धौम्य युधिष्ठिर का सन्देश
Read Moreराजा विराट ने विराट नगर के पास ही उपप्लव्य नगर में पांडवों के निवास का स्थान दे दिया था। वहीं
Read Moreअब कृष्ण कौरवों के आक्रमण और उसके बाद की घटनाओं पर विचार करने लगे। ये घटनायें अधिक पुरानी भी नहीं
Read More