कुंडलियाँ….
आँगन मन इठला रहा, एक अधखिला फूल। घात अमित्र सम वात की, चुभा गयी थी शूल। चुभा गयी थी शूल,
Read Moreआँगन मन इठला रहा, एक अधखिला फूल। घात अमित्र सम वात की, चुभा गयी थी शूल। चुभा गयी थी शूल,
Read Moreबादल घिरा आकाश में, डरा रहा है मोहिं। दिल दरवाजा खोल के, जतन करूँ कस तोहिं॥ जतन करूँ कस तोहिं,
Read Moreलगता मेघों ने किया, गठबंधन मजबूत। इंद्रदेव का आज तो, बना दिवाकर दूत। बना दिवाकर दूत, समय पर हर
Read Moreमहबूबा को दे दिए, भइया अमित तलाक छाती पीट सिसक रहा, नीच निकम्मा पाक नीच निकम्मा पाक, शॉक पंजे को
Read Moreकदकाठी मजबूत हो, या हो कोमल देह। जीवन के हर मोड़ पर, मिले पिता का नेह। मिले पिता का नेह,
Read Moreमनवां अइसा बावरा, पल-पल भरे कुलेल खेल रहा है आजकल, जियरा के सँग खेल जियरा के सँग खेल, भावनाओं की
Read Moreभावी पीएम देश के, देखो एक कतार सबके सब उन्नीस में, कुर्सी चढ़ेंगे यार कुर्सी चढ़ेंगे यार, जो जनता देगी
Read Moreविधान : 16/14=30,अंत 112/22 प्रथम, द्वितीय, व चतुर्थ चरण तुकांत,तृतीय चरण स्वतंत्र आज सभी जन हुए लालची,छल कुदरत से
Read More(बृजभाषा में प्रथम प्रयास) गाड़ी लाडी और की, मन कूँ सदा लुभाय चाहे चोखी आपनी, पर मन मानत नाय पर
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