आर्यसमाज ही ईश्वर प्रवृत्त ज्ञान चार वेदों का प्रतिनिधि व प्रचारक है
ओ३म् –आर्यसमाज स्थापना दिवस पर- आर्यसमाज की स्थापना वेदों के महान विद्वान ऋषि दयानन्द सरस्वती जी ने 10 अप्रैल, 1875
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Read Moreओ३म् आर्यसमाज में आर्योपदेशक पं. रुचिराम जी ऐसे ऋषिभक्त प्रचारक हुए हैं जिन्होंने पैदल ही अरब देशों में जाकर वहां
Read Moreओ३म् मनुष्य श्रेष्ठ गुण, कर्म व स्वभाव को ग्रहण करने से बनता है। विश्व में अनेक मत, सम्प्रदाय आदि हैं।
Read Moreवैदिक वा पौराणिक मान्यता के अनुसार वीर हनुमान जी का जन्म त्रेतायुग के अंतिम चरण में और फलित ज्योतिष के
Read Moreआज 8 अप्रैल, 2020 को सामवेद के संस्कृत और हिन्दी भाषा के प्रामाणिक भाष्यकार आचार्य डा. रामनाथ वेदालंकार जी की
Read Moreमहाशय राजपाल प्रथम पीढ़ी के प्रमुख ऋषिभक्तों में से एक थे। वह आर्य साहित्य के प्रमुख प्रकाशक थे। उनका प्रकाशन
Read Moreकरीब ढाई हजार वर्ष पूर्व, ईसा से 600 वर्ष पहले वैशाली गणतंत्र के कश्यप कुल में कुण्डलपुर में पिता सिद्धार्थ
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Read Moreओ३म् हैदराबाद एक मुस्लिम रियासत थी। रियासत के निजाम उस्मान अली थे। इनके समय में रियासत में हिन्दुओं से नाना
Read More(6 मार्च को पंडित लेखराम जी के बलिदान दिवस के अवसर पर प्रकाशित) पंडित लेखराम इतिहास की उन महान हस्तियों
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