कविता *कालीपद प्रसाद 09/05/201511/05/2015 गुण, देव देवी, दोष, पति, पत्नी कविता : न पति देव, न पत्नी देवी पत्नी एक इंसान है , उसे देवी मत बनाइये पति भी हाड़-मांस का है, उसे देव न बनाइये | इंसान Read More