कवितापद्य साहित्य *कालीपद प्रसाद 16/11/2015 दुःख, सकारात्मक सोच मौन क्यों हूँ ? मौन हूँ, इसीलिए नहीं कि मेरे पास शब्द नहीं… मौन हूँ, क्योंकि जीवन में मेरे हर शब्द का अर्थ बदल Read More