कविता बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 01/05/202123/05/2021 पद्ममाला छंद पद्ममाला छंद “माँ के आँसू” आँख में अश्रु लाती हो। बाद में तू छुपाती हो।। नैन से लो गिरे मोती। आज तू मात क्यों रोती।। Read More