अस्तित्व की पहचान
आज मैंने आज को पहली बार जाना है बरसों बाद ख़ुदको ठीक से पहचाना है सदियाँ गुज़र गईं इस कश्मकश
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Read Moreपापा का फोन आया देख मयंक समझ गया कि आज भी वही बातें सुनने को मिलेंगी। उसे मुंबई में संघर्ष
Read Moreवंदना का आज का दिन भी अन्य दिनों की भांति आरंभ हुआ था किंतु खास था. आज उसकी तपस्या फलित
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