मुक्तक/दोहा *कालीपद प्रसाद 25/07/201627/07/2016 ईमान, पार्टियाँ, राजनीति पाँच दोहे ! ईमान पर न टंगती, आज देश की नीति बे-ईमानी हो गई, हर पार्टी की नीति |1| भूल हुई है आम Read More