गीतिका/ग़ज़ल बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 23/10/201724/10/2017 लम्बे रदीफ़ की ग़ज़ल लम्बे रदीफ़ की ग़ज़ल (कज़ा मेरी अगर जो हो) काफ़िया=आ रदीफ़= *मेरी अगर जो हो, तो हो इस देश की खातिर* खता मेरी अगर जो हो, तो हो इस Read More