कविता राज किशोर मिश्र 'राज' 22/07/201623/07/2016 क्यों देती तू जन्म, हे धरती माता पापियों को हे धरती माता पापियों को , क्यों देती तू जन्म हे धरती माता पापियों को, क्यों देती तू जन्म खून की होली खेल रहे है जो, कैसे होगा अंत द्वापर Read More