कविता

मेरी कलम से ………

सौरभ के संग खिलते सुमन
      बौराए मधुप करे गुन-गुन
गुलशन में आयी बहार सुगंध
       कुहू कोकिल गाये मिठ्ठी धुन
ह्रदय कुञ्ज रंग राग उमंग
       लाल कनेर मस्त गुलमोहर
चिताकर्षक वन खग विहग
        बौराए मधुप करे गुन- गुन
**********************शान्ति

शान्ति पुरोहित

निज आनंद के लिए लिखती हूँ जो भी शब्द गढ़ लेती हूँ कागज पर उतार कर आपके समक्ष रख देती हूँ

2 thoughts on “मेरी कलम से ………

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत खूब!

    • शान्ति पुरोहित

      आभार विजय भाई जी

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