कविता

आप सभी को “शिक्षक दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएँ ,,,,

1
भटके हम
गुरु पथ दिखाते
मिटता तम ।

2
मिटे अज्ञान
गुरु महिमा न्यारी
मिलता ज्ञान ।

3
गुरु महान
चलो तो पदचिन्ह
होगा कल्याण ।

4
पुण्य सार्थक
मिला न गुरु ज्ञान
हो निरर्थक ।

……..गुंजन अग्रवाल

गुंजन अग्रवाल

नाम- गुंजन अग्रवाल साहित्यिक नाम - "अनहद" शिक्षा- बीएससी, एम.ए.(हिंदी) सचिव - महिला काव्य मंच फरीदाबाद इकाई संपादक - 'कालसाक्षी ' वेबपत्र पोर्टल विशेष - विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं व साझा संकलनों में रचनाएं प्रकाशित ------ विस्तृत हूँ मैं नभ के जैसी, नभ को छूना पर बाकी है। काव्यसाधना की मैं प्यासी, काव्य कलम मेरी साकी है। मैं उड़ेल दूँ भाव सभी अरु, काव्य पियाला छलका जाऊँ। पीते पीते होश न खोना, सत्य अगर मैं दिखला पाऊँ। छ्न्द बहर अरकान सभी ये, रखती हूँ अपने तरकश में। किन्तु नही मैं रह पाती हूँ, सृजन करे कुछ अपने वश में। शब्द साधना कर लेखन में, बात हृदय की कह जाती हूँ। काव्य सहोदर काव्य मित्र है, अतः कवित्त दोहराती हूँ। ...... *अनहद गुंजन*

2 thoughts on “आप सभी को “शिक्षक दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएँ ,,,,

  • गुंजन अग्रवाल

    bahut bahut shukriya Vijay bhai ji

  • विजय कुमार सिंघल

    शिक्षक दिवस पर अच्छी हाइकु. आपको भी शुभकामनायें.

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