आखिर क्या है कविता ???
मुझे नहीं पता
आखिर क्या है कविता !
शायद प्रकृति का
अवर्णनीय सौंदर्य है कविता !
शायद किसी प्रेमिका के
अप्रतिम रूप का बखान है कविता !
शायद निश्चल प्रेम की
विस्तृत परिभाषा है कविता !
शायद दर्दे-दिल का
उमड़ता हुआ सैलाब है कविता !
या फिर शायद कवि की
कोरी कल्पनाओं का प्रतिबिम्ब है कविता !
जो भी हो इसकी परिभाषा
मेरे लिए तो दिल का सुकून है बस कविता !!
(प्रवीन मलिक)
परवीन जी , दिल के विचार ही तो हैं जिन को कविता के रूप में बाहिर आना होता है . बहुत बढिया .
सादर धन्यवाद गुरमेल सिंह भाई जी आपका …
बहुत खूब, प्रवीन जी. मेरे विचार से दिल की भावनाओं का चित्र है कविता.
सादर धन्यवाद आपका सर प्रोत्साहन के लिए ….