कविता

आखिर क्या है कविता ???

मुझे नहीं पता
आखिर क्या है कविता !

शायद प्रकृति का
अवर्णनीय सौंदर्य है कविता !

शायद किसी प्रेमिका के
अप्रतिम रूप का बखान है कविता !

शायद निश्चल प्रेम की
विस्तृत परिभाषा है कविता !

शायद दर्दे-दिल का
उमड़ता हुआ सैलाब है कविता !

या फिर शायद कवि की
कोरी कल्पनाओं का प्रतिबिम्ब है कविता !

जो भी हो इसकी परिभाषा
मेरे लिए तो दिल का सुकून है बस कविता !!

(प्रवीन मलिक)

प्रवीन मलिक

मैं कोई व्यवसायिक लेखिका नहीं हूँ .. बस लिखना अच्छा लगता है ! इसीलिए जो भी दिल में विचार आता है बस लिख लेती हूँ .....

4 thoughts on “आखिर क्या है कविता ???

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    परवीन जी , दिल के विचार ही तो हैं जिन को कविता के रूप में बाहिर आना होता है . बहुत बढिया .

    • प्रवीन मलिक

      सादर धन्यवाद गुरमेल सिंह भाई जी आपका …

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत खूब, प्रवीन जी. मेरे विचार से दिल की भावनाओं का चित्र है कविता.

    • प्रवीन मलिक

      सादर धन्यवाद आपका सर प्रोत्साहन के लिए ….

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