**ना रहे पाकिस्तान भू पर………**
सरहद तक आया है जो लौटे ना अपने पैरो पर
हमने करना छोड़ दिया है कोई भरोसा गैरों पर
वो बरसाए हथगोले तो तुम दागो तोपें शान से
विद्रोही को बाहर निकालो अपने हिन्दुस्तान से
वो उजाड़े बस्ती अपनी तो उनके शहर तुम तबाह करो
युद्ध नहीं यज्ञ ये समझो गद्दारों को अब स्वाह करो
तुम गंगा के पुत्र महान सुनो भारत माँ के लाल हो
तुम खुद में शक्ति हो भीषण बढे हुए महाकाल हो
सीनों पर उनके लात रखो और कुचलो उनके अरमानो को
मिटटी में मिला सकते हैं हम लाखों पाकिस्तानो को
तोड़ो उन हाथो को जो उठते हैं माता के ऊपर
विश्व विजयी हो भारत पर रहे न पाकिस्तान भू पर
__________________सौरभ कुमार दुबे
बहुत अच्छी भावनाएं !