एक क्षणिका
अटूट बंधन
प्रतीक्षित मन
संवेदनाएँ झकझोरती
कोलाहल अंतर्मन
सुधि पटल पर
बुनी स्मृतियाँ
करती विव्हल …..आये न तुम
अटूट बंधन
प्रतीक्षित मन
संवेदनाएँ झकझोरती
कोलाहल अंतर्मन
सुधि पटल पर
बुनी स्मृतियाँ
करती विव्हल …..आये न तुम
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ji dhnywad Man Mohan ji
प्रभावशाली रचना।