कम्प्यूटर
बड़े काम का है कम्प्यूटर
करता है यह काम हमेशा
सब कुछ जल्दी से निपटाता
चलता है अविराम हमेशा |
जो भी इसमें तुम ढूँढोगे
पाओगे सब इसके अंदर
भैया करते गणित इसी पर
मैं खेला करती हूँ दिनभर |
पापा लेकर दफ्तर जायें
मम्मी को भी गीत सुनाये
इधर-उधर की सारी खबरें
हम बच्चों को यह दिखलाए ।
सबकी सेवा में सुख पाता
इसीलिए यह सबको भाता
अपनी तत्परता से हर पल
सबका अन्तर्मन हर्षाता |
बहुत अच्छी कविता , इस कम्पिऊतर ने तो मुझे दुबारा जिंदगी दी है.
हार्दिक धन्यवाद गुरमेल सिंह भमरा जी.
computer ke upar bahut sundar kavita. Padhkar maza aa gaya. badhai.
बहुत सुन्दर! कम्प्यूटर के बारे में लय बद्ध कविता
आभार आपका जी सिंह जी
बहुत सुन्दर कविता !
हौसलाअफजाई के लिए शुक्रिया विजय कुमार सिंघल जी