गज़ल
प्यार करना सिखा जाना
साथ मरना सिखा जाना
चूम कर हाथ होठों से
पीर हरना सिखा जाना
दूर जाऊं तो आँखों में
नीर भरना सिखा जाना
जिन्दगी में जो आये दुःख
धीर धरना सिखा जाना
कूद जाऊं मुहब्बत में
तू ही डरना सिखा जाना
प्यार करना सिखा जाना
साथ मरना सिखा जाना
चूम कर हाथ होठों से
पीर हरना सिखा जाना
दूर जाऊं तो आँखों में
नीर भरना सिखा जाना
जिन्दगी में जो आये दुःख
धीर धरना सिखा जाना
कूद जाऊं मुहब्बत में
तू ही डरना सिखा जाना
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वाह वाह !
बहुत खूब .