हास्य व्यंग्य

हास्य-व्यंग्य : नो लाइफ विदाउट वाइफ

हमने सुन रखा था ‘नो नॉलेज विदाउट कॉलेज एंड नो लाइफ विदाउट वाइफ’ सो हम नॉलेज लेने के लिए कॉलेज में भर्ती हो लिए| लगभग पांच सात सालों में ही थोड़ी भोत नॉलेज भी हो ही गई | चूँकि दूसरी कहावत ‘नो लाइफ विदाउट वाइफ’ भी इसी के साथ कही जाती है सो हमें समझ […]

हास्य व्यंग्य

हास्य-व्यंग्य : माल रोड पर लड़की

पिछले दिनों एक ऐतिहासिक साहित्य सम्मेलन के सिलसिले में शिमला जाना हुआ | ऐतिहासिक होता भी क्या लेकिन हमारी शमूलियत थी सो सम्मेलन की क्या मजाल ! सो होना पड़ा बिचारे को | हम घर से चले तो कुछ दूरी पर शिमला से लगभग पचास किलोमीटर पीछे ही सोलन नगरी के पास से ही हमारे […]

गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल : तुम्हें ख़त लिख रहा हूँ

तुम्हें ख़त लिख रहा हूँ | लगी लत लिख रहा हूँ || ** दीवारें वालिदा को | पिता छत लिख रहा हूँ || ** बड़ों से झुक के मिलना | लियाकत लिख रहा हूँ || ** ये कत्लेआम दहशत | कयामत लिख रहा हूँ || ** मुहब्बत से ही आदम | सलामत लिख रहा हूँ […]

गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल : ये कैसा मर्ज है सावन

धरा पे टूट पड़ता है ये कैसा मर्ज है …..सावन , धरा के वक्ष पे तेरी उँगलियाँ दर्ज है ….सावन | ** कतारों में खड़े हैं पेड़ प्यासे आप ……….आयेंगे , घड़ा काँधे उठाकर आइये अब अर्ज है …सावन | ** नदी के होठ सूखे हैं वादन पे भी फफोले….. हैं , बुझा दो प्यास […]

गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल : पिला दी हुस्न की हाला

दीदारे यार आया था पिला दी हुस्न की… ..हाला , दस्त से गिर गई हाला लबों पे तिर गई…. हाला | ** कटोरे नैन भर पी ली है मदिरा प्रेम की… जिसने , चढ़ेगी क्या उसे फिर इस जहाँ की कोई भी .हाला | ** समंदर में तू उतरी पर समंदर को मिले …..मोती , […]

गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल : निशा की गोद में शब भर दिया

निशा की गोद में शब भर दिया लेकर भटकता है , कोई पूछे तो ये पागल सा चंदा ढूंढता क्या है | ** रपट लिख लो दरोगा जी मेरा महबूब खोया है , मुझे शक चाँद पर साहिब सुबह से घर में सोया है | ** नहीं शब ने बताया है न पेaचो-खम ए बिस्तर […]

गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल : जब कली को मुस्कुराना आ गया

जब कली को मुस्कुराना आ गया| जान लो मौसम सुहाना आ गया || ** पंछियों की डार आई ही नहीं | बोल दो गेहूं में दाना आ गया || ** फेसबुक पर आ पड़ोसी ये कहे | आप को मल-मल नहाना आ गया || ** काग कहता है अरी सुन री सखी | नोच खाने […]

लघुकथा

लघुकथा : ओबामा की गाय

अमरीकी राष्ट्रपति भारत के दौरे पर आये, साथ में एक बेशकीमती उपहार लेकर आये. उपहार क्या था एक अमरीकी नस्ल की गाय. इस उपहार की दूर दूर तक चर्चा थी. हमारे देश में आई तो इसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आने लगे. कई कई किलोमीटर लम्बी पंक्ति में खड़े हो कर लोग […]

मुक्तक/दोहा

दोहे

झिलमिल काली ओढ़नी, मुखड़े पर है धूप | जग सारा मोहित हुआ , तेरा रूप अनूप |१| कश्मीरी हो सेब ज्यों , हुआ तुम्हारा रूप | छुअन प्रेमिका सी लगे, ये जाड़े की धूप |२| रामदुलारी रो रही, चूल्हे पर धर नीर | भूखे बच्चों से कहे, कब तक धरियो धीर|३| मोटे चावल में मिला […]

लघुकथा

लघुकथा : निःशब्द

जनगणना ड्यूटी के दौरान एक कर्मचारी का अपने कार्यालय के पीयन के घर जाना हुआ। पीयन ने खुशी खुशी अपने बाॅस की यथासामथ्र्य सेवा की। पीयन के माता पिता भी कर्मचारी के पास बैठ बातें करने लगे। जान पहचान हुई तो पता चला कि कर्मचारी के दादा बहुत गरीब परिवार से हुआ करते थे और […]