सत्य
सत्य
मंदिर की सीढ़ियों को चढ़ने से
या
भगवा वस्त्र धारण करने से
कोई नहीं हो जाता
ईश्वर का भक्त
भौतिक जगत की माया से
विज्ञान की कसौटी पर
खरे उतरे सत्य से
परे है वह
मनुष्य विचार करो
विचार तुम्हारे जहाँ से आते है
वही पर है
वह निरपेक्ष सत्य
विश्वास और
अन्धविश्वास के दायरे से
अलग है उस अमूर्त का अस्तित्व
किशोर कुमार खोरेन्द्र