गीत/नवगीत

गीत : मेरा प्यार तू ही है …

मेरी हर सुबह तू ही है

मेरी हर शाम तू ही है

जिंदगी का क्या है भरोसा

मेरी हर साँस तू ही है

हाँ तू ही है मेरा प्यार तू ही है मेरा प्यार तू ही है

तेरे इशक़ के समंदर में खुद को भिगाना है

गहराई में उतरकर खुद को डुबाना है

अँधेरी रातों में खुद को भुलाना है

साया तेरा बनना है

तेरे साथ जीना है और तेरे साथ मरना है

मेरा प्यार तू ही है

मेरा प्यार तू ही है

तुझसे बिछड़कर जीना पाऊँगा

तेरी यादों में सिमट जाऊँगा

उड़ता हूँ अकेला अगर जमीं पर गिर जाऊँगा

तेरी जुलफोँ में खुद को छिपाना है

तेरी साँसो से रिश्ता निभाना है

वादा जो किया है मैने वो मुझे निभाना है

हाँ तू ही है

मेरा प्यार तू ही है

मेरा प्यार तू ही है

दिल की धड़कन कह रही है

मुझे सजा क्यों दे रही है

आ जी मेरे आगोश में प्यार का मजा ले रही है

घटाएं कुछ कह रही हैं

फिजाएं कुछ कह रही हैं

शरमीली आँखों से इशारे कुछ हो रहे

हाँ तू ही है

मेरा प्यार तू ही है

मेरा प्यार तू ही है