आपने अच्छा हाइकु लिखा है. वास्तव में हाइकु एक प्रकार की क्षणिका है, जिसमें अक्षरों का बंधन लगा दिया गया है. कई बार यह बंधन बहुत बड़ी बाधा सिद्ध होता है. इससे अच्छा है कि अक्षरों की संख्या की चिंता किये बिना सीधे क्षणिका लिखी जाये.
विजय भाई , धन्यवाद . दरअसल मैंने लीला बहन से ही पुछा था कि हाइकु किया होता है तो उन्होंने मुझे पांच सात और पांच वर्णों में ही लिखना समझाया , सो यह मेरी पहली कोशिश है .
सफल सार्थक प्रयास
बहुत सुन्दर !
सफल प्रयास
विभा बहन, बहुत बहुत धन्यवाद .
आपने अच्छा हाइकु लिखा है. वास्तव में हाइकु एक प्रकार की क्षणिका है, जिसमें अक्षरों का बंधन लगा दिया गया है. कई बार यह बंधन बहुत बड़ी बाधा सिद्ध होता है. इससे अच्छा है कि अक्षरों की संख्या की चिंता किये बिना सीधे क्षणिका लिखी जाये.
विजय भाई , धन्यवाद . दरअसल मैंने लीला बहन से ही पुछा था कि हाइकु किया होता है तो उन्होंने मुझे पांच सात और पांच वर्णों में ही लिखना समझाया , सो यह मेरी पहली कोशिश है .