कविता

अंजाम ….

अब पूछूंगा नहीं तुमसे

किस रंग के है तुम्हारे परिधान
आँखों में अश्रु है तेरे

या अधरों पर मधुर मुस्कान

न खत होंगे

प्रेम अभिव्यक्ति के प्रमाण
न मेरे सपने करेंगें अपनी दुनियाँ में
तुम्हारा आव्हान

अब मेरे ख्याल तुम्हारे ख्यालों को

कर देंगे दरकिनार

तुम्हारी जुल्फों के ख़म में

न उलझा करेंगे मेरे विचार

वो पुल ,वो नदी ,वो किनारे

वो नीम का वृक्ष

नहीं करेंगें संग मेरे

तुम्हारा इंतज़ार

अब तेरी ख़ामोशी से मेरी ख़ामोशी की होगी

तन्हाई में सिर्फ

औपचारिक जान पहचान

मुझसे मुंह फेर लेने का

यही तो होगा न अंजाम

किशोर कुमार खोरेन्द्र 

किशोर कुमार खोरेंद्र

परिचय - किशोर कुमार खोरेन्द्र जन्म तारीख -०७-१०-१९५४ शिक्षा - बी ए व्यवसाय - भारतीय स्टेट बैंक से सेवा निवृत एक अधिकारी रूचि- भ्रमण करना ,दोस्त बनाना , काव्य लेखन उपलब्धियाँ - बालार्क नामक कविता संग्रह का सह संपादन और विभिन्न काव्य संकलन की पुस्तकों में कविताओं को शामिल किया गया है add - t-58 sect- 01 extn awanti vihar RAIPUR ,C.G.

2 thoughts on “अंजाम ….

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    बहुत खूब .

  • विजय कुमार सिंघल

    वाह !

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