भजन..मेरे साहिब
रहमतों से आपकी बेखबर तो मैं नहीं हूँ |
साहिब हो तुम मैं तो बस दास ही हूँ |
चाहकर भी नहीं उतर पाता खरा आपकी बातों पे |
फिर भी अपने आशिष से दिखा देते हैं सही रास्ता |
हर बात से हर ऐहसास से आपके धन्य हो जाता हूँ |
चरणों में बस आपके स्थान मिल जाए यही चाहता हूँ |||
कामनी गुप्ता
बहुत खूब .
Thanks Sir ji