तुम बिन-माँ
तुम बिन कोई प्यार मुझे नहीं करता माँ |
सर पे वो प्यार वाला हाथ नहीं रखता माँ |
तुम बिन हर खुशी अधुरी सी लगती माँ |
दुख में आँसुओ की कोई सीमा नहीं माँ |
तुम बिन रूखी सी ज़िन्दगी हो गई माँ |
क्यूं चली गई छोड़कर मुझको तुम ऐसे माँ |
भग्वान से कहकर घर वापिस आ जाओ माँ |||
कामनी गुप्ता ***